Himachal Travel Advisory: हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश का खतरा बरकरार है क्योंकि मौसम विभाग ने 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया है, लेकिन सावधानी अभी भी जरूरी है।
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हिमाचल प्रदेश में वर्तमान मौसम की स्थिति
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की बारिश ने तबाही मचा दी है, राज्य के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश अभी भी जारी है। ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला में भारी बारिश हुई है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है। हालाँकि, इन मौसम स्थितियों ने क्षेत्र में पर्यटन को प्रभावित किया है।
पर्यटकों के लिए निहितार्थ
जून और जुलाई के महीनों के दौरान, हिमाचल प्रदेश लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। हालांकि, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई जिलों में फिलहाल यात्रा संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 300 सड़कें बंद कर दी गई हैं और कई इलाकों में भूस्खलन की खबरें हैं। हालांकि चंडीगढ़-मनाली हाईवे 24 घंटे बाद फिर से खोल दिया गया है, लेकिन सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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Himachal Travel Advisory: पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश
Himachal Tourism: पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हिमाचल सरकार ने ट्रैवल एडवाइजरी (Himachal Travel Advisory) जारी की है. पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है:
1. अनावश्यक यात्रा से बचें
पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि जब तक मौसम की स्थिति में सुधार न हो जाए और सड़क मार्ग पूरी तरह से चालू न हो जाएं, तब तक अनावश्यक यात्रा से बचें।
2. नदियों और भूस्खलन वाले क्षेत्रों से दूर रहें
पर्यटकों को नदियों और भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों के पास जाने से बचना चाहिए। भारी वर्षा के दौरान ये क्षेत्र खतरनाक हो सकते हैं और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
3. मौसम और सड़क की स्थिति से सावधान रहें
यात्रियों, विशेष रूप से ऊपरी शिमला, किन्नौर, मंडी, कुल्लू, लाहौल और स्पीति और चंबा जिलों के यात्रियों को अपनी यात्रा शुरू करने से पहले मौसम और सड़क की स्थिति के बारे में सूचित रहना चाहिए।
4. धीरे-धीरे गाड़ी चलाएं और दृश्यता बनाए रखें
पहाड़ी इलाकों में गाड़ी चलाते समय, खासकर कोहरे की स्थिति में, धीरे और सावधानी से गाड़ी चलाना जरूरी है। कम दृश्यता एक चुनौती हो सकती है, इसलिए ड्राइवरों को सावधानी बरतनी चाहिए।