Delhi Flood: यमुना नदी (Yamuna River) के बाढ़ ने शहर में बड़ी समस्या उत्पन्न की है। इस लेख में हम यह जानेंगे कि कैसे यमुना नदी की बाढ़ उत्पन्न हुई, बाढ़ के कारण और दिल्ली के किस-किस इलाके पर इसका असर पड़ा है। आइये इस विषय पर विस्तार से चर्चा करें।

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Delhi Flood – यमुना नदी का बाढ़

Delhi Flood: यमुना नदी दिल्ली के लिए एक महत्वपूर्ण जीवनधारा है, लेकिन बाढ़ ने इसे खतरे में डाल दिया है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में भारी बारिश हो रही है और इसके परिणामस्वरूप यमुना नदी का पानी बढ़ता जा रहा है। इसके कारण कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और पानी से भर गए हैं।

दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर ने आधिकारिक खतरा स्तर को पार कर दिया है। यमुना नदी के पानी का स्तर 208.46 मीटर (Yamuna River Water Level) तक पहुंच गया है, जो दिल्ली के लिए बहुत असामान्य है। यमुना नदी का जलस्तर इतना बढ़ने से दिल्ली के कई इलाकों में पानी घुस गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार से यमुना से जल छोड़ने की गति को कम करने के लिए हस्तक्षेप करने और सुनिश्चित करने की अपील की है।

बाढ़ के कारण (Due to Flood)

Delhi Flood: दिल्ली में Yamuna River की बाढ़ के पीछे के कारणों में प्रमुख तौर पर हरियाणा के हाथनिकुंड बैराज को दोष दिया जा रहा है। हालांकि, अत्यधिक बारिश भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एक आधिकारिक केंद्रीय जल आयोग के अधिकारी ने कहा है कि हाथनिकुंड बैराज से जल का निकास इस बार पहले की तुलना में कम समय लगा। इसके पीछे का कारण आपर्ण और गादा होना हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पानी को निकलने के लिए उच्चतम गति तक पहुंचने के कारण इसे तेजी से आने वाला पानी कहा जा सकता है। अगर यही वर्षा कुछ दिनों में बिखर जाती, तो बाढ़ की स्थिति इतनी बदतर नहीं होती।

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प्रभावित क्षेत्र (Affected Area)

Delhi Flood: यमुना नदी की बाढ़ के कारण दिल्ली के कई निचले क्षेत्रों में इसका प्रभाव पड़ा है। बाढ़ के चलते रिंग रोड, मोनास्ट्री मार्केट, यमुना बाजार, नीली छतरी मंदिर, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा कालोनी, मजनू का टीला और वजीराबाद के बीच का सड़क स्थल बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। मयूर विहार, लक्ष्मी नगर, सराय काले खान, बदरपुर, जामिया नगर और शाहीन बाग के कुछ हिस्से अगर जलस्तर और बढ़ जाता है तो बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।

यमुना नदी की बाढ़ और दिल्ली के इलाकों को प्रभावित करने के बावजूद, सरकारी अधिकारियों ने तत्परता दिखाई है। इसके अलावा, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर विलयन किया गया है।

Yamuna River Water Level

Delhi Flood: दिल्ली यमुना नदी की बाढ़ के कारण शहर में बड़ी समस्या है। यमुना नदी का जलस्तर बाढ़ के खतरे से ज्यादा बढ़ गया है और यह दिल्ली के कई इलाकों में पानी को घुसने की वजह बना है। सरकारी अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर विलयन किया है और इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए केंद्र सरकार से मदद की अपील की है। यह समस्या जल्द ही हल होनी चाहिए ताकि दिल्ली की जनता सुकून की सांस ले सके और शहर में सामान्य जीवन आसानी से चला सके।

इस तरह से, दिल्ली में हुई यमुना नदी की बाढ़ ने लोगों को काफी परेशानी में डाल दिया है। यह स्थिति जल्दी से सुधारनी चाहिए ताकि लोगों को सुरक्षित रहने का विकल्प मिले।

FAQs

Q1: यमुना नदी के कितने मीटर तक जलस्तर बढ़ा है?
Ans: यमुना नदी का जलस्तर 208.46 मीटर तक बढ़ गया है।

Q2: यमुना नदी की बाढ़ के कारण दिल्ली के किन-किन इलाकों में प्रभावित हुआ है?
Ans: यमुना नदी की बाढ़ के कारण दिल्ली के कई इलाकों, जैसे रिंग रोड, मोनास्ट्री मार्केट, यमुना बाजार, नीली छतरी मंदिर, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा कालोनी, मजनू का टीला और वजीराबाद इत्यादि प्रभावित हुए हैं।

Q3: क्या हाथनिकुंड बैराज बाढ़ का मुख्य कारण है?
Ans: हाथनिकुंड बैराज से पानी की रिलीज़ जलस्तर को बढ़ाने का प्रमुख कारण है। बाढ़ के चलते पानी तेजी से आने के कारण अधिक फ़्लड उत्पन्न हुआ है।

Q4: यमुना नदी के कितने मीटर पर बाढ़ के लिए खतरा माना जाता है?
Ans: यमुना नदी का बाढ़ के लिए खतरा स्तर 205.33 मीटर है।

Q5: क्या बाढ़ के कारण दिल्ली में पानी संकट होगा?
Ans: बाढ़ के कारण दिल्ली में पानी संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है और इससे लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ सकता है।


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