Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। सभी राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक बार फिर नई दिल्ली विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है। यह सीट लगातार चर्चा का केंद्र बनी हुई है क्योंकि यहां से अरविंद केजरीवाल पिछले तीन चुनावों से विजेता रहे हैं।

Delhi Assembly Elections 2025, Arvind Kejriwal, Inhindiwise


नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत

नामांकन के दिन, अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ हनुमान और वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने आप कार्यालय से नई दिल्ली जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय तक पदयात्रा की। यह यात्रा काफी प्रतीकात्मक थी, जहां हजारों समर्थकों ने उनके साथ चलकर उन्हें शुभकामनाएं दीं।

केजरीवाल ने इस मौके पर सोशल मीडिया पर लिखा:
“आज मैं अपना नामांकन दाखिल करने जा रहा हूं। दिल्ली की माताएं और बहनें मेरे साथ हैं। भगवान का आशीर्वाद लेने के बाद मैं यह कदम उठा रहा हूं।”


Delhi Assembly Elections 2025 का कार्यक्रम

इस बार दिल्ली चुनाव का कार्यक्रम इस प्रकार है:

  1. नामांकन की अंतिम तिथि: 17 जनवरी
  2. नामांकन पत्रों की जांच की तिथि: 18 जनवरी
  3. नाम वापस लेने की अंतिम तिथि: 20 जनवरी
  4. मतदान की तारीख: 5 फरवरी
  5. मतगणना: 8 फरवरी

दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए यह चुनाव एक ही चरण में होगा।


कांटे की टक्कर: आम आदमी पार्टी बनाम बीजेपी

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नई दिल्ली विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद रोचक है। अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा ने प्रवेश वर्मा को मैदान में उतारा है, जो एक अनुभवी नेता और दिल्ली की राजनीति में चर्चित नाम हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर संदीप दीक्षित को टिकट दिया है, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं।

पिछले चुनावों का विश्लेषण:

  • 2015 में: आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतीं।
  • 2020 में: आप ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को 8 सीटें मिलीं।
  • कांग्रेस 2015 और 2020 दोनों चुनावों में खाता खोलने में नाकाम रही।

इस बार के चुनाव में भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस भी वापसी की कोशिश कर रही है।


चुनावी मुद्दे और वादे

AAM AADMI PARTY के मुद्दे:

  1. मुफ्त बिजली और पानी की योजनाएं जारी रखना।
  2. मोहल्ला क्लीनिक और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।
  3. सरकारी स्कूलों का विस्तार और शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाना।
  4. महिलाओं की सुरक्षा के लिए नई योजनाएं।

BHARATIYA JANATA PARTY के मुद्दे:

  1. केंद्र सरकार की योजनाओं को दिल्ली में लागू करना।
  2. यमुना की सफाई और प्रदूषण पर नियंत्रण।
  3. दिल्ली में अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करना।

CONGRESS के मुद्दे:

  1. दिल्ली में विकास के लिए शीला दीक्षित सरकार की नीतियों को दोहराना।
  2. सस्ती और विश्वसनीय परिवहन सेवाएं।
  3. युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना।

अरविंद केजरीवाल का चुनावी प्रचार

केजरीवाल ने अपनी चुनावी यात्रा की शुरुआत नई दिल्ली सीट से की। वह अपनी सादगी और जनता से सीधे संवाद के लिए मशहूर हैं। प्रचार के दौरान उन्होंने कहा:
“यह चुनाव सच्चाई और झूठ के बीच है। दिल्ली की जनता को तय करना है कि वह किसके साथ है।”

केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां मिलकर दिल्ली में सरकार बनाने की कोशिश कर रही हैं।


भाजपा की प्रतिक्रिया

भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि आप सरकार ने जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए। भाजपा नेता मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा:
“देश की चिंता बाद में करना, पहले अपनी नई दिल्ली सीट बचाओ।”


चुनावी प्रक्रिया का महत्व

दिल्ली विधानसभा चुनाव का हर चरण महत्वपूर्ण है।

  • नामांकन प्रक्रिया: यह उम्मीदवारों के लिए अपनी दावेदारी पेश करने का अवसर होता है।
  • जांच प्रक्रिया: इसमें यह तय किया जाता है कि सभी उम्मीदवारों ने सही दस्तावेज जमा किए हैं।
  • मतदान प्रक्रिया: यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है, जहां जनता अपने मताधिकार का उपयोग करती है।
  • मतगणना: यह वह दिन है जब जनता का फैसला सामने आता है।

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दिल्ली के चुनावी परिदृश्य पर एक नज़र

दिल्ली की राजनीति में हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा होती रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता ने दिल्ली की राजनीति को नया आयाम दिया है। उनके नेतृत्व में आप ने कई नई योजनाओं की शुरुआत की, जो आम जनता के बीच खासा लोकप्रिय रही हैं।

छवि निर्माण और सोशल मीडिया का उपयोग:

केजरीवाल सोशल मीडिया का बड़े प्रभावी तरीके से उपयोग करते हैं। वह अपने सभी बड़े कदमों की जानकारी एक्स (पूर्व में ट्विटर) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा करते हैं।


निष्कर्ष

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 केवल राजनीतिक दलों के लिए ही नहीं, बल्कि जनता के लिए भी अहम हैं। यह चुनाव दिल्ली के भविष्य की दिशा तय करेगा। ऐसे में हर वोट की अहमियत है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अरविंद केजरीवाल एक बार फिर दिल्ली की सत्ता में वापसी करेंगे, या BJP और कांग्रेस इस बार जनता का विश्वास जीतने में सफल होंगी।

दिल्ली, तैयार हो जाइए, लोकतंत्र का यह महापर्व आपका इंतजार कर रहा है!

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